जिला परिषद की बैठक में जनहित के कई मुद्दों पर हुई चर्चा

जिला परिषद की त्रैमासिक बैठक बुधवार को बबली देवी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में परिषद के विभिन्न सदस्यों की ओर से उठाए गए मुद्दों एवं प्रश्नों पर संबंधित अधिकारियों के साथ व्यापक चर्चा की गई। कई पुराने मुद्दों के बारे में भी अधिकारियों से जवाब तलब किया गया।
बैठक में ग्राम पंचायत मोरसू सुल्तानी के कुछ क्षेत्रों में जमीन की खरीद-फरोख्त, भवन निर्माण और सार्वजनिक रास्तों के बारे में नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई। चैंथ खड्ड के तटीयकरण, धनेटा चौक पर ट्रैफिक लाइटें लगाने, जिला में कई स्थानों पर सोलर लाइटों के खराब होने, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ाग्रां और एचडब्ल्यूसी धमरोल तथा चंदरूही के भवनों एवं परिसरों की मरम्मत, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जंदड़ू, कक्कड़, बजरोल, जंगलबैरी, बगेहड़ा और रंगड़ में रिक्त पदों, राजकीय उच्च पाठशाला भेरड़ा के खाली भवन को अन्य विभागों के संस्थानों के लिए आवंटित करने, जल शक्ति विभाग के अस्थायी कर्मचारियों के वेतन की अदायगी, ग्राम पंचायत ग्यारहग्रां की उठाऊ पेयजल योजना और सिंचाई योजना के बंद होने, ग्राम पंचायत धनेटा में लोक निर्माण विभाग से संबंधित विभिन्न विकास कार्यों और कई अन्य मुद्दों के समाधान को लेकर जिला परिषद के सदस्यों ने संबंधित अधिकारियों के साथ चर्चा की।
जिले के कुछ गांवों में बिजली की समस्या, जिला परिषद सदस्यों द्वारा स्वीकृत 15वें वित्त आयोग की धनराशि के कार्यों की धीमी गति, जंगलबैरी क्षेत्र के निचले इलाकों में बाढ़ की समस्या, बड़सर-शाहतलाई सड़क और भरेड़ी-धमरोल-सुलगवान सड़क की नालियों की मरम्मत और अन्य जनसमस्याएं भी बैठक में उठाई गईं।
परिषद की अध्यक्ष बबली देवी ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे सभी सदस्यों की ओर से उठाए गए जनहित के मुद्दों एवं समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि ये सभी मुद्दे सीधे तौर पर आम जनता से जुड़े हुए हैं। इसलिए, इनके निवारण में अनावश्यक देरी नहीं होनी चाहिए।
बैठक की कार्यवाही आरंभ करने से पहले इस मॉनसून सीजन के दौरान प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आई आपदा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने तथा उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया।
बैठक का संचालन जिला पंचायत अधिकारी एवं परिषद की सचिव बबीता गुलेरिया ने किया। जबकि, विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने परिषद के सदस्यों को अपने-अपने विभागों से संबंधित मुद्दों की ताजा स्थिति से अवगत करवाया।