आपदाग्रस्त धर्मपुर व सराज में अनुराग ठाकुर ने भेजे 800 तिरपाल व अन्य राहत सामग्री

पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने देवभूमि हिमाचल में बाढ़, बारिश व प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे मंडी ज़िले धर्मपुर व सराज की ज़रूरतमंद जनता के लिए 800 तिरपाल, जूस , सीरप, दवाएँ व अन्य राहत सामग्री को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह मदद आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत व पुनर्वास कार्यों में सहायक होगी। अनुराग सिंह ठाकुर ने पिछले कल मंडी के लिए दो ट्रक राहत सामग्री को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया था जिनमें आपदा प्रभावितों के लिए गद्दे, कंबल, बाल्टी, बर्तन व अन्य गृहपयोगी वस्तुएँ हैं जोकि सराज के विभिन्न गांवों में वितरित की जा रही है। अनुराग सिंह ठाकुर हिमाचल प्रदेश में बाढ़ व बारिश की मार झेल रहे क्षेत्रों में लगतातार आपदा प्रभावितों को मदद पहुँचाने का काम कर रहे हैं। प्राकृतिक आपदा के चलते लोगों की घर-गृहस्थी बिखर जाने से हुए नुक़सान को देखते हुए अनुराग ठाकुर द्वारा लगातार बर्तन, गृहउपयोगी सामान, दवाएँ व सेनेट्री पैड के वितरण का काम किया जा रहा है। अनुराग सिंह ठाकुर मंडी द्वारा पीड़ितों के लिए
1000 बैग, 2000 कॉपी, 2000 पेंसिल, 1000 बॉक्स, 1000 पेन, 1000 शार्पनर, 5000 बिस्किट पैकेट, 5000 प्रोटीन बॉक्स
1000 क्लिप बोर्ड कल मंडी में वितरित किए गए।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “इस दुख की घड़ी में भाजपा ने लगातार प्रयास किए हैं कि लोगों की मदद के लिए जमीन पर सक्रिय रहें। राहत सामग्री के रूप में राशन, बर्तन, दवाईयां हों, लोगों का उपचार हो इसमें मदद की है और आगे भी करेंगे। व्यक्तिगत तौर पर भी हम सबने जो चुनें हुए प्रतिनिधि हैं, अपने प्रयास किए हैं और आगे भी करेंगे, जहाँ तक केंद्र से मदद की बात है तो पहले भी सेना, एनडीआरएफ की मदद मिली है, केंद्र ने मदद किया है। पहले भी बीते वर्षों में जब आपदा आई तब भी केंद्र सरकार ने मदद की है। केंद्र की तरफ़ से कोई कमी कभी नहीं रही और ना ही आगे रहेगी। प्रभावित क्षेत्रों में मदद के लिए अपनी सांसद निधि से मैंने कुछ पैसे दे रहा हूं और कुछ पैसे मनरेगा से लगवाकर, एसडीएम और तहसीलदार से बात हुई, इसका काम स्थानीय पंचायतों के प्रधान करवायेंगे ताकि घरों को क्षति ना हो और पानी डायवर्ट किया जा सके। आगे भी जहाँ क्रेटवाल लग सकती है उसका सर्वे करने के बाद सरकार के सामने माँग उठायेंगे और तीसरा भविष्य में जहाँ से पानी आता है अगर उसे डायवर्ट कर दिया जिससे घरों की तरफ़ पानी ना आकर नालों में जाए, उस दिशा में जो भी कदम उठाए जा सकते हैं उसपर चर्चा की जा रही है”।