राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ अब मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में अधिक समय तक सहन करने को तैयार नहीं: कौशल

आरएसएस और प्रधानमंत्री के मध्य व्याप्तअविश्वास एवं तनाव के बीच स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से अपने संबोधन में जिस प्रकार प्रधानमंत्री ने संघ की प्रशंसा की उससे यह स्पष्ट हो गया कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ अब नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में और अधिक समय तक सहन करने को तैयार नहीं है। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व मुख्य प्रवक्ता प्रेम कौशल ने जारी ब्यान में कहा कि जिस प्रकार संघ प्रमुख मोहन भागवत ने 75 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके नेताओं को रिटायरमेंट लेने की बात कह कर नरेंद्र मोदी को संदेश दिया है उसी के चलते संघ की प्रशंसा कर अपने डोलते सिंहासन को बचाने की कवायद प्रधानमंत्री ने की है!कौशल ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के महान पर्व पर प्रधानमंत्री द्वारा संघ की प्रशंसा करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है जिस संगठन के नेताओं का इतिहास अंग्रेजों की मुखबिरी करने,वित्तीय एवं समाजिक लाभ लेने का रहा और जिस संगठन के नेताओं ने भारतीय संविधान का अपमान किया,तिरंगे से जिनको लगाव नहीं तथा जो लाखों देशवासियों को अंग्रेजी हुकूमत द्वारा दी जा रही यातनाओं में देश के साथ खड़े होने की बजाए माफीनामे लिख कर आजादी के आंदोलन को कमज़ोर करने की राजनीति करते रहे ऐसे संगठन की स्वतंत्रता दिवस पर प्रशंसा कर प्रधानमंत्री ने देश के लिए कुर्बानी देने वाले लाखों स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों का अपमान किया है। कौशल ने कहा कि प्रधानमंत्री की कार्यप्रणाली से उनका सिंहासन डगमगा रहा है अब कमंडल लेकर निकलने का समय नज़दीक है क्योंकि एक एक करके परतें खुलती जा रही हैं देश का राजनीतिक मौसम एवं माहौल बदल चुका है और अपने भी बेगाने होते जा रहे हैं।