स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान के तहत महिलाओं के स्वास्थ्य पर जागरूकता शिविर आयोजित

अस्पताल सेवा ने स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान के तहत किया जागरूकता व स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित

स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान के तहत महिलाओं के स्वास्थ्य पर जागरूकता शिविर आयोजित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनके जन्मदिवस 17 सितम्बर 2025 को शुरू किए गए राष्ट्रीय व्यापी अभियान “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” के अंतर्गत महिलाओ के स्वास्थ्य और पोषण को मजबूत करने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हमीरपुर लोकसभा से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन मे सेवारत अस्पताल सांसद मोबाईल स्वास्थ्य सेवा टीम हरोली द्वारा आज "स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार" अभियान के तहत जागरूकता शिविर व स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन राजकीय महाविद्यालय खड्ड मे किया गया । अस्पताल सेवा टीम ने इस अवसर पर 111 छात्राओं की स्वास्थ्य जांच व रक्त जांच करते हुए हेमोग्लोबिन की भी जांच की । हेमोग्लोबिन जांच एक बहुत ही महत्वपूर्ण रक्त जांच है, जो यह मापता है कि आपके खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा कितनी है। हीमोग्लोबिन एक प्रकार का प्रोटीन है जो आपके लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) में पाया जाता है। इसका मुख्य काम शरीर के हर हिस्से तक ऑक्सीजन पहुँचाना और कार्बन डाइऑक्साइड वापस फेफड़ों तक लाना है। रक्त मे हेमोग्लोबिन की सही मात्रा होना बहुत आवश्यक होता है विशेषकर महिलाओं मे । इस अभियान का उद्देश्य किशोरियों और महिलाओं के समग्र स्वास्थ्य, पोषण, मानसिक स्वास्थ्य, और मासिक धर्म स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना है, जिससे पूरे परिवार को सशक्त और समर्थ बनाया जा सके। अस्पताल सेवा के डॉ प्रदीप ने कहा, "एक नारी यदि स्वस्थ है तो पूरा परिवार खुशहाल और मजबूत बनता है। महिलाओं का स्वास्थ्य केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय विकास से जुड़ा विषय है।" कार्यक्रम में सांसद मोबाईल स्वास्थ्य सेवा टीम (मनीष, रुचि और निहाल सिंह), सामाजिक कार्यकर्ताओं और कॉलेज की छात्राओ व स्टाफ सदस्यों ने भाग लिया। वक्ताओ ने महिलाओं में एनीमिया, मानसिक स्वास्थ्य, मासिक धर्म स्वच्छता व मातृत्व से जुड़े विषयों और नियमित स्वास्थ्य जांच की महत्ता पर प्रकाश डाला। यह अभियान महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य व पोषण में सुधार के साथ-साथ समाज में जागरूकता फैलाने का एक सशक्त माध्यम बन रहा है। ऐसे प्रयास न केवल महिलाओं के स्वास्थ्य को सुदृढ़ करेंगे, बल्कि सशक्त और स्वस्थ समाज की नींव भी मजबूत करेंगे।