युवा बेटियां सामाजिक परिवर्तन की धुरी होती हैं। वे समाज में ऊर्जा, समर्पण, जुनून तथा नए एवं रचनात्मक विचारों का संचार करने वाली होती हैं। शक्ति और समर्पण का मिश्रण लिए ये बेटियां किसी भी राष्ट्र एवं समाज की अमूल्य एवं दिव्य शक्तिपुंज होती हैं। उक्त विचार डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने शुक्रवार को गांव बरोहा में जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय हमीरपुर एवं सीडीपीओ कार्यालय टौणी देवी के सौजन्य से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत ‘चैंपियन बेटियों से संवाद’ कार्यक्रम में युवा बेटियों से विचार सांझा करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि नए विचारों और रचनात्मकता से ओत प्रोत युवा बेटियां सीमित अवसरों और संसाधनों के बावजूद आज हर क्षेत्र में अपना दमखम दिखा रही हैं। युवा बेटियों के अदम्य साहस, अनंत ऊर्जा और असीमित सामर्थ्य को सही एवं उचित मार्गदर्शन के साथ-साथ उनके कार्यों को पहचान एवं सम्मान मिले, इस हेतु बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत उनसे प्रेरक संवाद स्थापित किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग के ये संवाद कार्यक्रम बेटियों को अपने समुदाय एवं परिवेश को समझने, उसकी चुनौतियों को परखने, बदलाव के क्षेत्रों की पहचान करने, अपने सामर्थ्य का परीक्षण करने का अवसर प्रदान करते हैं।
इस अवसर पर टौणी देवी के सीडीपीओ कुलदीप सिंह चौहान ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियां हासिल करने वाली बेटियों से मुख्य अतिथि एवं समुदाय का परिचय करवाया गया तथा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और पोषण अभियान के अंतर्गत विकास खंड बमसन तथा जिला की उपलब्धियों का विवरण भी प्रस्तुत किया।
डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने इस अवसर पर शिक्षा, खेलकूद, सामुदायिक सेवा तथा पर्यावरण के क्षेत्र में अनुपम उपलब्धियां प्राप्त करने वाली युवा बेटियों को नाम पट्टिका, प्रशस्ति पत्र, प्रेरक पुस्तकें और पौधे भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने पोषण माह के अवसर पर आयोजित पोषण प्रदर्शनी का अवलोकन किया और स्थानीय खाद्य सामग्री से कई पोषक व्यंजनों तैयार करने के लिए स्थानीय महिलाओं की प्रशंसा की।