प्रदेश में राजनीतिक प्रतिशोध के तहत विपक्ष को निशाना बना रही है सरकार: इंद्रदत्त लखनपाल

हिमाचल में नशा, खनन और गुंडागर्दी बेलगाम, कानून व्यवस्था ध्वस्त झूठे मामलों से भाजपा नेताओं की छवि खराब करने का षड्यंत्र

प्रदेश में राजनीतिक प्रतिशोध के तहत विपक्ष को निशाना बना रही है सरकार: इंद्रदत्त लखनपाल
बड़सर के विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने आज हमीरपुर में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश ठाकुर सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विधायक लखनपाल ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार भाजपा नेताओं और विधायकों की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के उद्देश्य से उनके खिलाफ झूठे मामले और मनगढ़ंत आरोप गढ़ रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार के इशारे पर पुलिस और प्रशासन भाजपा विधायकों के विरुद्ध पक्षपातपूर्ण और दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई कर रहे हैं। लखनपाल ने कहा कि हाल ही में उनके एक रिश्तेदार को पुलिस द्वारा नशीले पदार्थों के मामले में दोषी पाया, लेकिन इस मामले को एक अलग ही रूप देते हुए दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से पुलिस अधीक्षक द्वारा उनका नाम विशेष रूप से उछालने का प्रयास किया गया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उनका रुख बिल्कुल साफ है - यदि नशा तस्करी या अवैध पदार्थों के मामले में कोई भी दोषी पाया जाता है, चाहे वह उनका अपना बेटा ही क्यों न हो, तो उसके खिलाफ कानून के तहत सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन किसी एक मामले के बहाने उनका और भाजपा का नाम घसीटना पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब आरोपी पकड़ा गया था तो उसे इतनी जल्दी क्यों छोड़ दिया गया। बड़सर विधायक ने आरोप लगाया कि हमीरपुर के पुलिस अधीक्षक ने उनके नाम को जानबूझकर इस मामले से जोड़ने का प्रयास किया और पुलिस कर्मियों पर सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाहें फैलाने का दबाव बनाया गया। उन्होंने कहा कि वह कई बार बड़सर पुलिस को अवगत करवा चुके हैं कि संबंधित थाना क्षेत्र के आसपास के इलाकों में शराब, चरस और अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी खुलेआम हो रही है, लेकिन उस समय कोई कार्रवाई नहीं की गई। आज हालात यह हैं कि नशा और खनन माफिया सरकार-प्रायोजित संस्थाओं की शह पर बेखौफ होकर काम कर रहे हैं। प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से नियंत्रण से बाहर हो चुकी है और आए दिन गोलीबारी व हत्याओं की घटनाएं सामने आ रही हैं। प्रदेश सरकार और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए लखनपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में शराब, चिट्टा, गुंडागर्दी और खनन माफिया बेलगाम हो चुके हैं, जबकि सरकार और पुलिस इन पर अंकुश लगाने के बजाय राजनीतिक द्वेष के तहत विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में नशे का कारोबार तेजी से बढ़ा है, लेकिन पुलिस असली दोषियों पर कार्रवाई करने के बजाय सरकार के दबाव में उनके रिश्तेदारों और राजनीतिक विरोधियों को बदनाम करने का प्रयास कर रही है। यह सब पूरी तरह से राजनीतिक प्रतिशोध की नीति के तहत किया जा रहा है। लखनपाल ने विशेष रूप से हमीरपुर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस प्रकार उनका नाम चिट्टा तस्करी के आरोपियों के साथ सार्वजनिक किया गया, वह न केवल निंदनीय है बल्कि कानून और लोकतंत्र की मूल भावना के भी खिलाफ है। उन्होंने दो टूक कहा कि वह अपनी छवि खराब करने के इस प्रयास के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेंगे और न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़े हुए हैं। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास की प्रक्रिया अत्यंत धीमी है और सरकार आपदा राहत की राशि पीड़ित परिवारों तक पहुंचाने में पूरी तरह विफल रही है। कांग्रेस सरकार जनता से किए गए अधिकांश वादों को पूरा नहीं कर पाई है, जिससे आम जनमानस में निराशा और आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लखनपाल ने कहा कि सरकार विकास और जनकल्याण के मुद्दों पर ध्यान देने के बजाय विपक्षी विधायकों को परेशान करने, उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज करवाने और राजनीतिक दबाव बनाने में अधिक रुचि ले रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि प्रदेश सरकार ने आज जो बीज बोए हैं, आने वाले समय में उसे वही काटना पड़ेगा। यदि समय रहते माफियाओं और नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो इसके गंभीर परिणाम प्रदेश को भुगतने पड़ सकते हैं।